किसी का टाइम पास मत बना देना।

Image
बातों का अहसास मत बना देना मुझे किसी का खास मत बना देना बस इतना रहम करना मेरे मालिक  किसी का टाइम पास मत बना देना। जान कह कर जो जान देते थे ओ चले गये अनजान बन कर फितरत किसकी क्या है क्या पता बारी आयी तो चले गये ज्ञान देकर। अब होंसला दे खुदा की निकाल सकूं खुद को भी किसी तरह संभाल सकूं आसां नहीं रूह का जिस्म से जुदा होना बगैर उसके जीने की आदत डाल सकूं। हमने ओ भयावह मंजर भी देखा है किसी को टूटते हुये अंदर से देखा है अब किसी के लिये क्या रोना धोना हमने तो अब खुद में सिकंदर देखा है।  

दुखी नहीं मैं बहुत उदास हूँ।।


 दुखी नहीं मैं बहुत उदास हूँ

दर्द  का  मीठा  अहसास  हूँ।


तेरी चाहत में सब कुछ भूल गये

मंजिल-ए-सफर में झूल गये

तेरी चाहतों ने मुह मोड़ लिया

उन तड़पती यादों के पास हूँ।

प्यार नहीं मैं तो बस प्यास हूँ

दुखी नहीं मैं बहुत उदास हूँ।।


आंधियों में जले, ओ मसाल था

आदर्शों  की  ऐसी  मिशाल था

वक्त     से    बहुत    परास्त  हूँ

जुनूं  नहीं  मैं  तो  इक  आश  हूँ

दुखी  नहीं  मैं  बहुत  उदास  हूँ।।

               "दरिया"


Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

बस रोने को ही जी चाहता है।