किसी का टाइम पास मत बना देना।

Image
बातों का अहसास मत बना देना मुझे किसी का खास मत बना देना बस इतना रहम करना मेरे मालिक  किसी का टाइम पास मत बना देना। जान कह कर जो जान देते थे ओ चले गये अनजान बन कर फितरत किसकी क्या है क्या पता बारी आयी तो चले गये ज्ञान देकर। अब होंसला दे खुदा की निकाल सकूं खुद को भी किसी तरह संभाल सकूं आसां नहीं रूह का जिस्म से जुदा होना बगैर उसके जीने की आदत डाल सकूं। हमने ओ भयावह मंजर भी देखा है किसी को टूटते हुये अंदर से देखा है अब किसी के लिये क्या रोना धोना हमने तो अब खुद में सिकंदर देखा है।  

Happy Mother's day.माँ मैं तुझे कैसे भूल जाऊं।।

कभी - कभी मैं सोंचता हूँ
उस पंखे से झूल जांऊ
जिंदगी हमेशा रुलाती है
इसे गहरी नींद में सुला जाऊं।।

पर माँ तेरी याद आ जाती है
पल भर में मेरी सोंच बदल जाती है
मैं सारे गम खुशी से पी जाऊं
पर माँ मैं तुझे कैसे भूल जाऊं।।

कभी - कभी मैं सोंचता हूँ
एक प्याला जहर का लगाऊं
नफ़रत - ए - जमाना हो गया
अब मैं मौन हो जाऊं।।

याद आ जाता है माँ का ओ तराना
टूट जाना पर किसी का दिल न दुखाना
तेरी मीठी यादों संग गोदी में सो जाऊं
माँ मैं तुझे कैसे भूल जाऊं ।।

कभी - कभी मैं सोंचता हूँ
रेलवे ट्रैक का शिकार हो जाऊं
जिंदगी को ऐसी रफ्तार दूँ
खुद को न कभी रोंक पाऊं।।

उंगली के सहारे चलना सिखाया
गम में भी हंसना सिखाया
आंचल में खुशियों के फूल बरसाऊं
माँ मैं तुझे कैसे भूल जाऊं।।

दिल को मन से जोड़ जाऊं
खुद को फौलादी  कर जाऊं
आत्महत्या सोंचना भी अपराध है
यह संदेशा मैं घर -घर भिजवाऊं
माँ मैं तुझे कैसे भूल जाऊं।।
रामानुज 'दरिया'

Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

बस रोने को ही जी चाहता है।