किसी का टाइम पास मत बना देना।

Image
बातों का अहसास मत बना देना मुझे किसी का खास मत बना देना बस इतना रहम करना मेरे मालिक  किसी का टाइम पास मत बना देना। जान कह कर जो जान देते थे ओ चले गये अनजान बन कर फितरत किसकी क्या है क्या पता बारी आयी तो चले गये ज्ञान देकर। अब होंसला दे खुदा की निकाल सकूं खुद को भी किसी तरह संभाल सकूं आसां नहीं रूह का जिस्म से जुदा होना बगैर उसके जीने की आदत डाल सकूं। हमने ओ भयावह मंजर भी देखा है किसी को टूटते हुये अंदर से देखा है अब किसी के लिये क्या रोना धोना हमने तो अब खुद में सिकंदर देखा है।  

सारे शहर में हंगामा हो गया |

        ग़ज़ल
आज़ देखने की तमन्ना क्या हुयी
सारे शहर में हंगामा हो गया |

गलियों से उनके गुज़रे ही थे
दुश्मन-ए- सारा ज़माना हो गया |

जी भर के उसे देखा जो हमने
अपना दिला भी बेगाना हो गया |

कुछ लम्हे थे  प्यारी बातों से
सारा शहर उसका दीवाना हो गया |

कसमें खायी थी संग रहने की
दिल मेरा ,उसका ठिकाना हो गया |

मदहोश सी बोली यूं रोज़ मिला करेंगे
बहाना –ए –अंदाज़ कातिलाना हो गया |

Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

बस रोने को ही जी चाहता है।