किसी का टाइम पास मत बना देना।

Image
बातों का अहसास मत बना देना मुझे किसी का खास मत बना देना बस इतना रहम करना मेरे मालिक  किसी का टाइम पास मत बना देना। जान कह कर जो जान देते थे ओ चले गये अनजान बन कर फितरत किसकी क्या है क्या पता बारी आयी तो चले गये ज्ञान देकर। अब होंसला दे खुदा की निकाल सकूं खुद को भी किसी तरह संभाल सकूं आसां नहीं रूह का जिस्म से जुदा होना बगैर उसके जीने की आदत डाल सकूं। हमने ओ भयावह मंजर भी देखा है किसी को टूटते हुये अंदर से देखा है अब किसी के लिये क्या रोना धोना हमने तो अब खुद में सिकंदर देखा है।  

उठ चल दो कदम चार


उठ चल दो कदम चार
हरगिज़ तू न मान लेना हर
भर तू हौंसलों में उड़ान
जाना है तुझे गगन के पार
उठ चल ........................
वक्त भी तेरा होगा
और कायनात भी तेरी
ठान ले तू इस बार
पहन परिश्रम का हार |
उठ चल ......................
दूर मंजिल नहीं तुझसे
चूम ले सफलता का मुकाम
खा कसम खुद से इस बार
जाना है तुझे गगन के पार |
उठ चल .............................
उठा मेहनत का हथियार
बदल दे हर वक्त की मार
कोई बाँध टिक नहीं सकता
बन जा तू नदिया की धार |
उठ चल ............................
पहचान तू खुद को एक बार
जुनून ले दिल में उतार
हर शब्द तेरा quotation होगा
रच नया इतिहास इस बार |
उठ चल दो .........................
          रामानुज ‘दरिया ‘

Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

बस रोने को ही जी चाहता है।